what is sip in hindi / सिप क्या है हिंदी
हेलो दोस्तों स्वागत है आपका आज एक और बेहतरीन आर्टिकल के साथ हाजिर हूं। आज हम बात करने वाले हैं what is sip in hindi के बारे में, इस आर्टिकल में हम sip के बारे में डिटेल में चर्चा करने वाले हैं। जहां पर आपकी sip से संबंधित उन सभी समस्याओं का समाधान होगा, जो आपको अभी तक sip करने में आ रही थी। sip क्या होता है? यह कैसे काम करता है? इसे करने के क्या फायदे हैं क्या नुकसान हैं? आज हम यह पूरा जानने वाले हैं। जिसे आपकी इससे संबंधित सारी समस्याएं दूर होगी और आप एक बेहतर निवेशक बन पाएंगे।
what is sip in hindi
Sip एक निवेश योजना है जिसमें हर आदमी एक छोटा-छोटा राशि से निवेश शुरू करता है। sip में निवेश करने के लिए ₹100 या ₹500 या 1000 रुपए से शुरू कर सकते हैं। लेकिन अगर आपके पास ज्यादा पैसा आए तो आप ज्यादा पैसे से भी sip शुरू कर सकते हैं।
अगर आपको पैसा बचाना है तो sip एक बेहतरीन ऑप्शन हो सकता है। जिसमें आप छोटे-छोटे राशि से आप sip शुरू कर सकते हो, और लंबे समय में एक बेहतरीन रिटर्न कमा सकते हो। अगर आप sip करना चाहते हैं तो आज के समय में इंटरनेट पर बहुत सारे प्लेटफार्म उपलब्ध हैं, जिसके जरिए आप निवेश शुरू कर सकते हैं। आज के समय में पैसे बचाना एक बहुत बड़ा टास्क है। हर इंसान के लिए sip इसमें एक बहुत ही अहम रोल अदा करता है।
Sip का full form
Sip का फुल फॉर्म सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान है, यानी हिंदी में व्यवस्थित निवेश योजना होता है। जिसके जरिए आप किसी भी म्युचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। अगर आप किसी म्युचुअल फंड कंपनी में ₹5000 रुपए का निवेश करते हैं और उसे कंपनी का NAV 50 रुपये है तो आपको उसे कंपनी के 100 UNIT मिलेंगे। अगर वही आप 2 साल के लिए hold करते हैं, और अगर इस कंपनी का NAV 2 साल में ₹100 पहुंच गया तो आपको ₹5000 का प्रॉफिट हो जाएगा। यानी 2 साल में आपके पैसे डबल हो जाएंगे।
NAV क्या है
म्युचुअल फंड में निवेश NAV के आधार पर किया जाता है। NAV का मतलब नेट ऐसेट वैल्यू है। उस वक्त ऐसेट वैल्यू के मुताबिक म्युचुअल फंड के एक यूनिट की कीमत तय की जाती है।
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Sip के प्रकार
नीचे विभिन्न प्रकार के शिप के बारे में बताया गया है इसलिए अब निवेश करने के लिए विचार कर सकते हैं
Flexible SIP
जैसा किसके नाम से पता चल रहा है कि यह एकदम लचीला होता है। इस प्रकार की एसआईपी योजना में आपकी इच्छा के अनुसार निवेश निवेश करने का लचीलापन होता है। निवेश की नकदी प्रवाह और जरूरत के अनुसार निवेश की जाने वाली राशि को बढ़ाया या काम किया जा सकता है। इसे ही फ्लैक्सिबल sip कहा जाता है।
Top up sip
इस तरह की sip निवेश योजना आपको समय-समय पर अपनी राशि बढ़ाने में सक्षम बनाती है। जबकि आपको निवेश करने लायक उच्च आय होने पर अधिक निवेश करने की सुविधा भी प्रदान करती है। इस प्रकार के sip अनियमित अंतराल पर सर्वश्रेष्ठ और इसके साथ ही बेहतर प्रदर्शन करने वाले फंड में निवेश करके, अपने निवेश का अधिकतम लाभ उठाने में मदद करती है। इसे ही top up sip कहा जाता है।
Perpetual ( निरंतर चलने वाली) sip
इस तरह की एसआईपी योजना आपके बिना किसी अनिवार्य तारीख के अपना निवेश करने में सक्षम बनाती है। आमतौर पर एक व्यवस्थित निवेश योजना में एक वर्ष तीन वर्ष या 5 वर्ष के निवेश के बाद समाप्त होती है, इसलिए निवेशक उस राशि को वापस लेने के लिए स्वतंत्र है, जो उसने अब तक निवेश किया है। वह इसे कभी भी कहीं भी निकलने में सक्षम होता है।
Sip के लाभ
यहां पर शिप के निम्नलिखित फायदे हैं, जो आपको अभी नीचे बताए जाएंगे।
Sip में बैंक के मुकाबले ज्यादा ब्याज दर
अगर आप sip के जरिए निवेश करते हैं, तो आपको बैंक के मुकाबले कहीं ज्यादा रिटर्न मिलने के संभावना है। अगर आप बैंक में अपने पैसे का फिक्स डिपाजिट भी करते हैं तो आपको उस पर 6% से लेकर 7% तक का सालाना रिटर्न मिलता है। लेकिन अगर हम महंगाई को देखें तो महंगाई भी लगातार हर साल 6% से लेकर 7% तक बढ़ती है, यानी आपका पैसा groww नहीं कर पता है।
लेकिन अगर आप ही शिप के जरिए म्युचुअल फंड में निवेश करते हैं तो आपको लगभग 12% से लेकर 15% तक का return आराम के साथ मिल जाता है, और कभी-कभी ऐसा होता है कि 15% से लेकर 20% तक भी रिटर्न मिल जाते हैं। जो आपको महंगाई से लड़ने में मदद करते हैं और आप भी अपने पैसे को अच्छी तरह से गो कर पाते हो।
Sip में compound intrest का फायदा
अगर आप और कहीं निवेश करते हैं तो शायद आपको कंपाउंडिंग इंटरेस्ट का फायदा नहीं मिले, लेकिन अगर आप sip के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं, तो आपको कंपाउंडिंग इंटरेस्ट का फायदा मिलता है। कंपाउंड इंटरेस्ट का मतलब होता है कि जो आपको हर साल ब्याज मिलता है उस ब्याज पर भी आपको हर साल ब्याज मिलता है, उसे ही कंपाउंडिंग इंटरेस्ट का जाता है। जो लंबे समय में आपके पैसे को कई गुणा करने की ताकत रखता है।
बचत और वित्तीय अनुशासन
अगर आप sip के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो आपको इसका एक और फायदा मिलेगा कि आपको हर महीने जो रकम निवेश करनी होगी आप उसको साइड में रख लेगे उसके बाद ही आप अपने पैसे को खर्च करेंगे। जिससे आपका जो हर महीने का बचत करने की आदत है, वह एस्टेब्लिश हो जाएगी और लंबे समय में यह आपको मोटा पैसा बनाकर दे सकती है।
Sip में लगने वाले document
Sip में निवेश करने के लिए आपको कुछ डॉक्यूमेंट की आवश्यकता पड़ती है। जिस तरह से आप शेयर मार्केट में निवेश करते हैं उसके लिए आपको आपके डॉक्यूमेंट की आवश्यकता पड़ती है। इस प्रकार sip भी शेयर मार्केट से जुड़ा होता है, इसलिए इसमें भी कुछ डॉक्यूमेंट की आवश्यकता पड़ती है जैसे।
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- बैंक अकाउंट
- कैंसिल चेक बुक
- बैंक statement
- पासपोर्ट SIZE फोटो
Mutual fund के रिस्क
अगर हम म्युचुअल फंड के रिस्क के बारे में बात करें तो यह शेयर मार्केट से जुड़ा हुआ होता है इसलिए इसमें नुकसान की भी संभावना होती है। लेकिन अगर आपका नजरिया लंबे समय का है तो आपको घबराने की कोई जरूरत नहीं है। आप इसमें लंबे समय के लिए निवेश कर सकते हैं और एक अच्छा प्रॉफिट कमा सकते हैं। लेकिन अगर आपका नजरिया शॉर्ट टर्म के लिए है तो कृपया करके आप इसमें निवेश न करें और म्युचुअल फंड या शेयर मार्केट से दूर रहे।
FAQ
1: sip में कितना return मिलता है
अगर हम शिप में रिटर्न की बात करें तो यह लगभग 15% से लेकर 20% तक का होता है। लेकिन शॉर्ट टर्म में यह रिटर्न negative भी हो सकता है, क्योंकि यह शेयर मार्केट से जुड़ा होता है इसलिए मार्केट को उधर चढ़ाव से sip में भी फर्क पड़ता है।
Conclusion
इस आर्टिकल में हमने sip संबंधित जो भी जानकारी आप तक पहुंचाई है वह अच्छी तरह से रिसर्च किया गया है। उसके बाद ही यह आर्टिकल तैयार किया गया है। इस आर्टिकल में निवेश संबंधी कोई भी सलाह नहीं दी गई है। कृपया निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एक्सपर्ट से सलाह अवश्य ले उसके बाद ही निवेश करें। यह आर्टिकल पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।