what is dividend in hindi/ डिविडेंड क्या होता है

दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं एक ऐसे इनकम के बारे में जिसे बहुत सारे लोगों को पता है, और बहुत सारे लोगों को नहीं भी पता है, के “what is dividend in hindi” क्योंकि जो लोग शेयर मार्केट से जुड़े हैं उन्हें इस इनकम के बारे में पता है, लेकिन जो लोग शेयर मार्केट से नहीं जुड़े हुए, जिन्होंने शेयर मार्केट में निवेश नहीं किया है उन्हें इस इनकम के बारे में बिल्कुल भी नहीं पता है |

इसलिए आज इस टॉपिक पर आर्टिकल लिखने का मतलब यही है कि उन लोगों को भी इस चीज से अवगत कराया जाए जो उनके लिए एक बेहतरीन इनकम का जरिया बन सकती है, इसलिए दोस्तों आइए शुरू करते हैं इस इनकम के बारे में और अधिक जानकारी |

Dividend का मतलब क्या होता है?

Dividend का मतलब होता है लाभांश यानी किसी प्रॉफिट में से एक छोटा सा हिस्सा लाभांश कहलाता है | आज हम जानेंगे कि लाभांश क्या होता है? और इसके क्या क्या फायदे होते हैं?

Dividend क्या होता है?

Dividend किसी कंपनी द्वारा उसके शेरहोल्डर को प्रॉफिट मैसेज किया जाने वाला एक छोटा सा हिस्सा होता है |

  • एक कंपनी अपने सारे टैक्स को काटने के बाद और बाकी सभी खर्चे निकालने के बाद बच्ची हुए शुद्ध लाभ को अपने निवेशकों के साथ बराबर बराबर हिस्सों में बांटती है | जिसको हम dividend कहते हैं जिसके पास भी उस कंपनी के जितने भी share होते हैं उसी प्रकार से उसको लाभांश का फायदा होता है उदाहरण के लिए समझ लेते हैं, जैसे मेरे पास विप्रो के 50 शेयर हैं और विप्रो कंपनी में ₹2 प्रति शेयर डिविडेंड की घोषणा की है तो उस हिसाब से मेरे पास 50×2=100/- का शुद्ध लाभ प्राप्त होगा |

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Dividend देने का फैसला कब होता है?

    • कोई भी कंपनी dividend तब देती है जब कंपनी की बोर्ड ऑफ डायरेक्टर चाहती है, क्योंकि डिविडेंड देने से पहले कंपनी के बोर्ड डायरेक्टर के साथ मीटिंग होती है उसके बाद ही यह फैसला लिया जाता है कि डिविडेंड देना है या नहीं देना है,
    • बहुत सारी कंपनियां जो मार्केट में अभी नई लिस्टिंग हुई है या किसी पॉलिसी पर चलाई जाती हैं, तो ऐसी कंपनियां डिविडेंड के नाम पर कुछ भी नहीं देती हैं, या फिर बहुत थोड़ा बहुत डिविडेंड देते हैं क्योंकि यह सारे प्रॉफिट को कंपनी की ग्रोथ के लिए खर्च करते हैं और आपको ज्यादा से ज्यादा रिटर्न देने की कोशिश करते हैं |

Dividend निवेशक को कैसे और कहां दिया जाता है

डिविडेंड निवेशक को उस अकाउंट में दिया जाता है जिस अकाउंट से आपका डिमैट अकाउंट लिंक होता है, क्योंकि आप जब कोई शेयर खरीदते हैं वह केवल और केवल डिमैट अकाउंट के जरिए ही पॉसिबल होता है, उसके बगैर आप किसी भी प्रकार का लेनदेन नहीं कर सकते हैं |

जैसे मेरा अकाउंट Kotak mahendra bank में ओपन है और वह अकाउंट को हमने अपने डीमैट अकाउंट से लिंक किया है, और इसी अकाउंट में मेरे विप्रो के शेयर पड़े हुए हैं, तो मेरा डिविडेंड मेरे कोटक महिंद्रा बैंक में ही आएगा |

Dividend कितने प्रकार के होते हैं?

डिविडेंड मुख्यता दो प्रकार के होते हैं

1) Interim dividend : जब किसी कंपनी का फाइनेंसियल ईयर के भीतर क्वार्टरली डिविडेंड की घोषणा करती है तो इसे Interim dividend कहा जाता है |

2) Final dividend :  जब किसी कंपनी का फाइनेंशियल ईयर के अंत में एनुअल डिविडेंड की घोषणा करती है तो उसे फाइनल डिविडेंड कहा जाता है |

Dividend के फायदे क्या होते हैं

डिविडेंड के कुछ मुख्य फायदे होते हैं जिसके बारे में हम विस्तार से जानेंगे :

  • डिविडेंड पूरी तरह से टैक्स फ्री होता है इसलिए अगर आपको किसी म्यूच्यूअल फंड या स्टॉक मार्केट जरिए डिविडेंड मिलता है तो वह पूर्ण रूप से टैक्स फ्री होता है | डिविडेंड पूरी तरह से एक Passive income होता है यानी के बिना काम किए पैसे आना, इसी को ही पैसिव इनकम का जाता है | अगर आप भी इसी तरह का Passive  इनकम चाहते हैं तो आपको भी ऐसे शेयर या म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए जो हर साल निश्चित रूप से डिविडेंड देते हैं

Dividend yield का क्या मतलब होता है

Dividend yield एक फाइनेंसियल रेशियो होता है जो कंपनी के डिविडेंड देने की क्षमता को दर्शाता है और इसी तरह डिविडेंड यील्ड निवेशक को किसी स्टॉक डिविडेंड की क्षमता और उसके शेयर मार्केट प्राइस के बीच संबंध को दर्शाता है

जैसे मान लीजिए विप्रो कंपनी के शेयर का फेस वैल्यू ₹2  है अब इसका मार्केट प्राइस ₹400 प्रति शेयर की दर से है और विप्रो 100% का डिविडेंड की घोषणा करती है इसका मतलब विप्रो से मिलने वाला डिविडेंड ₹2 होगा

बहुत-बहुत धन्यवाद

 

 

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