हेलो दोस्तों स्वागत है आपका एक बेहतरीन टॉपिक के ऊपर आज हम बात करने वाले हैं Fd vs sip के बारे में, जिसमें आज आपको जानने मिलेगा कि आपके लिए फिक्स डिपाजिट ज्यादा सही रहेगा या फिर एसआईपी ज्यादा सही रहेगा, आज हम इस आर्टिकल में इससे जुड़ी हुई हर एक जानकारी शेयर करेंगे जिससे आपको यहां फैसला लेने में आसानी होगी, के आपके लिए क्या सही रहेगा, आपके लिए sip सही रहेगा या आपके लिए fixed deposite सही रहेगा। ज्यादा देर ना करते हुए आइए शुरू करते हैं इस टॉपिक के ऊपर डिटेल में जानकारी तो बने रहिए इस आर्टिकल में और इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
Fd vs sip ?
Fd vs sip ऐसी कन्फ्यूजन हमारे मन में हमेशा बनी रहती है अगर हमें सही मायने में पैसा बनाना है तो हम किस में निवेश करें। तो आज हम फिक्स्ड डिपॉजिट और एसआईपी दोनों का एनालिसिस करने वाले हैं जिससे हमे या कंफर्म हो जाएगा कि हमारे लिए कौन सा निवेश सही रहेगा । तो आइए जानते हैं सबसे पहले fixed deposite के बारे में उसके बाद हम जानेंगे sip के बारे में।
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Fixed deposite
Fixed deposite एक बहुत ही सुरक्षित निवेश है यह लोगों की पहली पसंद है। फिक्स डिपाजिट सावधि जमा खाता भी कहा जाता है इसके जरिए ग्राहक को सामान्य बचत के मुकाबले अधिक रिटर्न मिलता है।
डिपॉजिट के जरिए ग्राहक से एक कुछ अमाउंट लिया जाता है जिस पर ब्याज भी दिया जाता ,है और यह अमाउंट कुछ सालों के लिए भी होता है, इसके पहले आप इसे नहीं निकाल सकते हैं अगर आप निकालना चाहेंगे तो इसमें से कुछ परसेंटेज आपको इसे टैक्स देना पड़ेगा और अगर आप एक सीनियर सिटीजन की कैटेगरी में आते हैं तो आपको अधिक ब्याज दर की सुविधा भी मिलती है जो नार्मल फिक्स डिपाजट से ज्यादा होता है।
जैसे सरकारी बैंकों में आपको अलग ब्याज दर मिलती है प्राइवेट सेक्टर के बैंकों में आपको अलग ब्याज दर मिलती है और पोस्ट ऑफिस में fixed deposite कराने पर आपको अलग ब्याज दर मिलती है फिक्स डिपाजिट अधिकतम 10 सालों के लिए किया जाता ह
फिक्स डिपाजिट के प्रकार( types of fixed deposite in hindi)
अगर देखा जाए तो फिक्स डिपाजिट चार प्रकार के होते हैं
1) Standard term fixed deposite
इस तरह के फिक्स्ड डिपॉजिट में एक निश्चित अमाउंट निश्चित ब्याज दर पर तय की जाती है और उसको डिपॉजिट किया जाता है, उसके बाद इसकी अवधि 7 दिन से लेकर 10 सालों तक होती है। इसमें अवधि और ब्याज दर वित्तीय संस्थान पर निर्भर होता है जिसमें निवेश किया जाता है।
2) सीनियर सिटीजन फिक्स डिपाजिट(senior citizen fixed deposite
भारत सरकार ने भारतीय बैंकों को निर्देश दिए हैं कि सीनियर सिटीजन फिक्स्ड डिपॉजिट प्लान में नॉर्मल इस डिपाजिट से ज्यादा रेट आफ रिटर्न मिलना चाहिए। और उनके द्वारा दिए रिटर्न पर टैक्स भी कम लगना चाहिए। इस फिक्स डिपॉजिट प्लान में 60 साल के ऊपर के नागरिक ही इसमें निवेश कर सकते हैं।
3) रिकरिंग फिक्स डिपॉजिट(Recurring fixed deposite
रिकरिंग फिक्स्ड डिपॉजिट एक तरह का fixed डिपाजिट होता है जिसमें अमाउंट और इसमें पहले से ही निर्धारित किए जाते हैं, उसके पहले आप इसमें से धन नहीं निकाल सकते हैं यह समय और अवधि पूरा होने के बाद आपको इस अमाउंट को ब्याज सहित वापस कर दिया जाता है।
4) कारपोरेट फिक्स डिपाजिट (Corporate fixed deposite)
बड़ी-बड़ी कारपोरेट कंपनियां बैंक में फिक्स डिपॉजिट के लिए पेशकश करती हैं, जिनमें उन्हें आम इस डिपाजिट से ज्यादा रिटर्न मिलता है, लेकिन इसमें आपके पैसे डूबने की भी चांसेस रहते हैं, क्योंकि अगर कोई भी कंपनी दिवालिया हो जाती है तो उसके जमा किए हुए पैसों को निकालना बहुत मुश्किल होता है।
दोस्तों अब आइए जानते हैं एसआईपी के बारे में
यह एक तरह की योजना है जिसमें छोटे छोटे अमाउंट से निवेश किया जाता है, और इसमें बहुत ही कम amount से निवेश कर सकते हैं। जैसे ₹100 या ₹500 या हजार रुपये की शुरुआत से निवेश किया जाता है, ज्यादा पैसे से भी शुरुआत कर सकते हैं।
पैसे बचाने के लिए एसआईपी एक बहुत ही बेहतरीन तरीका होता है इसमे छोटे छोटे अमाउंट से निवेश किया जा सकता है। छोटे-छोटे amount के निवेश से आप एक बड़ा पैसा बना सकते हैं जिसमें आपके ऊपर कोई बोझ भी नहीं आएगा और आप एक बड़ा पैसा भी बना लेंगे।
आजकल sip में निवेश करने के लिए ऑनलाइन बहुत सारे प्लेटफॉर्म है, या किसी एजेंट के जरिए अकाउंट खुलवा सकते हैं और आप आसानी के साथ पैसा बना सकते हो। जो पैसा आगे चलकर आपको एक बहुत ही बेहतर रिटर्न दे सकता है और आपको आर्थिक रूप से स्वतंत्र कर सकता है।
Sip के लिए जरूरी document
आपको एसआईपी में निवेश करने के लिए कई जरूरी डॉक्यूमेंट आपके पास होने चाहिए जो आमतौर पर हर भारतीय नागरिक के पास उपलब्ध रहते हैं। जरूरी डॉक्यूमेंट जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड , वोटर आईडी, बैंक पासबुक, कैंसिल चेक , और एक पासपोर्ट साइज फोटो यह सब डॉक्यूमेंट जरूरी होते हैं जो हर इंसान के पास उपलब्ध होते हैं।
इन सब डाक्यूमेंट्स के आधार पर आप ऑनलाइन या तो अकाउंट खुलवा सकते हैं या फिर आपके किसी नजदीकी एजेंट के जरिए अकाउंट खुलवा सकते हैं, आपके अकाउंट जहां भी करवाएंगे इन सब डॉक्यूमेंट की आवश्यकता पड़ने वाली है। जो आपके पास होने बहुत जरूरी है। आप अकाउंट खुलवाने के बाद निवेश शुरू कर सकते हैं आप और अपने पैसे को बचाना स्टार्ट कर सकते हैं।
Sip में रिस्क क्या है
अगर आप शॉर्ट टर्म के लिए निवेश करना चाहते हैं तो इसमें आपको नुकसान होने के बहुत ज्यादा अवसर आते हैं, लेकिन अगर आपका नजरिया लंबे समय का है लंबे समय का मतलब 5 साल से लेकर 10 साल का तक का है, लंबे समय में वह सारे risk बहुत ही कम हो जाती हैं जिससे आप लंबे समय में और बेहतरीन मुनाफा कमा सकते हैं और अपने पैसे को कई गुना कर सकते हैं।
FAQ
Q: क्या मैं ₹100 से अपनी sip शुरू कर सकता हूं
Ans: जी हां बिल्कुल आप ₹100 के साथ sip आसानी से शुरू कर सकते हैं । भारत में ऐसे कई म्युचुअल फंड है जो ₹100 की एसआईपी से स्टार्ट करनी का option देते हैं, जिनमें निवेश करके आप अच्छा रिटर्न कमा सकते हैं।
Q: मैं एसआईपी से पैसे कैसे निकाल सकता हूं
Ans: हां बिल्कुल आप अपना पैसा जब चाहे जहां चाहे आसानी के साथ निकाल सकते हैं । आजकल withdraw करने का नियम बहुत फास्ट हो गया है। आपको तीसरे या चौथे दिन आपके अकाउंट में पैसा क्रेडिट हो जाता है।
Conclusion
दोस्तों इस पोस्ट में हमने एसआईपी और फिक्स्ड डिपॉजिट के बारे में बताया है। यह डिपाजिट किन के लिए सही होता है और sip किनके लिए सही होता है। यह सब मैंने इस आर्टिकल में बताने का काम किया है। फिर भी अगर आपके मन में कोई सवाल रह जाते हैं तो आप हमें कमेंट या ईमेल के जरिए हो सकते हैं।
Note: अगर आपको फाइनेंस के related कोई भी जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं या आप हमें ईमेल भी कर सकते हैं, या आर्टिकल पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।